À¤•à¤²à¥à¤ªà¤¨à¤¾ चावला (17 मारà¥à¤š 1962 - 2003 1 फरवरी), à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अमेरिकी वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• और नासा के अंतरिकà¥à¤· यातà¥à¤°à¥€ थे. À¤µà¤¹ सात में से à¤à¤• था सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ शटल कोलंबिया हादसे में मारे गठcrewmembers कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ चावला à¤à¤• पंजाबी परिवार में पैदा हà¥à¤† था करनाल हरियाणा à¤à¤¾à¤°à¤¤ चावला टैगोर पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚ल, करनाल में उसके पहले सà¥à¤•à¥‚ली शिकà¥à¤·à¤¾ पूरी की. À¤µà¤¹ पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में वैमानिक इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग की डिगà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की उसे बैचलर कमाया में चंडीगढ़ में 1982.
À¤µà¤¹ 1982 में संयà¥à¤•à¥à¤¤ राजà¥à¤¯ अमेरिका चले गठऔर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ à¤à¤• (1984) Arlington में टेकà¥à¤¸à¤¾à¤¸ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से à¤à¤¯à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤ªà¥‡à¤¸ इंजीनियरिंग में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• की डिगà¥à¤°à¥€ के मासà¥à¤Ÿà¤°. À¤šà¤¾à¤µà¤²à¤¾ को 1986 में विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की डिगà¥à¤°à¥€ के à¤à¤• दूसरे मासà¥à¤Ÿà¤° कमाने और Boulder पर कोलोराडो विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से à¤à¤• à¤à¤¯à¤°à¥‹à¤¸à¥à¤ªà¥‡à¤¸ इंजीनियरिंग में 1988 में पीà¤à¤šà¤¡à¥€ की डिगà¥à¤°à¥€ पर चला गया. À¤šà¤¾à¤µà¤²à¤¾ ने मारà¥à¤š 1995 में नासा के अंतरिकà¥à¤· यातà¥à¤°à¥€ कोर में शामिल हà¥à¤ और 1998 में अपनी पहली उड़ान के लिठचà¥à¤¨à¤¾ गया था.
À¤‰à¤¸à¤•à¤¾ पहला अंतरिकà¥à¤· मिशन छह अंतरिकà¥à¤· यातà¥à¤°à¥€ दल है कि अंतरिकà¥à¤· शटल कोलंबिया की उड़ान अनà¥à¤¸à¥‚चित जनजातियों-87 उड़ा के à¤à¤¾à¤— के रूप में 19 नवमà¥à¤¬à¤° 1997 को शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ. À¤šà¤¾à¤µà¤²à¤¾ ने पहली à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिला का जनà¥à¤® हà¥à¤† सनॠ2000 में वह अपनी दूसरी उड़ान के लिठअनà¥à¤¸à¥‚चित जनजातियों के चालक दल के हिसà¥à¤¸à¥‡ के रूप में चयनित-107 था. 16 जनवरी 2003 को आखिरकार चावला अंतरिकà¥à¤· में लौटे पर सवार कोलंबिया पर बदकिसà¥à¤®à¤¤ अनà¥à¤¸à¥‚चित जनजातियों-107 मिशन पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° मरणोपरांत समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया: कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अंतरिकà¥à¤· साहब का पदक नासा के अंतरिकà¥à¤· उड़ान पदक नासा के विशिषà¥à¤Ÿ सेवा मेडल रकà¥à¤·à¤¾ विशिषà¥à¤Ÿ सेवा मेडल.
Kalpana was responsible for organizing the Spartan Satellite but she was unsuccessful in her role due to its malfunction. It was found that due to technical errors, the satellite defied control of ground staff and flight crew members. Following this, she was vindicated.
On the other hand, Kalpana Chawla created history for being the first Indian woman to travel in a space shuttle. She had the privilege of journeying as far as 10.4million km. This approximately adds up to 252 times around the Earth's orbit that comprised of 372 hours in space.
I cant really gove you an answer,but what I can give you is a way to a solution, that is you have to find the anglde that you relate to or peaks your interest. A good paper is one that people get drawn into because it reaches them ln some way.As for me WW11 to me, I think of the holocaust and the effect it had on the survivors, their families and those who stood by and did nothing until it was too late.